चैत्र मास में चैती छठ व्रत का विशेष महत्व।
आस्था के इस महान मास चैत्र मास में चैती छठ व्रत का विशेष महत्व माना गया है 5/4/2022 को मंगलवार नहा खा बुधवार खरना बृहस्पतिवार संध्या घाट शुक्रवार प्रातः भोरिया घाट का उत्सव मना कर भगवान भास्कर को अर्घ देकर इस व्रत का पूर्णाहुति उद्यापन किया जाता है। यह व्रत खासकर हिंदू धर्म के महत्वपूर्ण आस्था का पर्व है, या व्रत पुरुष एवं महिलाएं बच्चे सभी आस्था के साथ भाव भक्ति से करते हैं। इस व्रत का एक विशेष महत्व यह भी है, कि अस्त सूरज को भी पूजन अर्चन करके फिर उदित सूरज को भी पूजन अर्चन करके इस व्रत का उद्यापन किया जाता है। यह एक ऐसा व्रत है जिसकी महिमा अगम अपार है और इस व्रत को गरीब से गरीब अमीर से अमीर बहुत ही सरल तरीका से कर पाते हैं जैसे भगवान भास्कर अपनी किरण सभी पर प्राकृतिक में रहने वाले जीवो पर एक समान बिखेरते हैं उसी प्रकार इस वर्ष का भी महिमा सभी के लिए बराबर है। क्या बड़ा क्या छोटा इस आस्था के पर में आज महिलाओं ने पुरुषों ने बड़ी भाव भक्ति के साथ खरना पूजन करके भगवान भास्कर का प्रथम आवरण का पूजन पूर्ण किया छठ व्रतियों का कल पूरे दिन उपवास के बाद संध्या सूरज को अर्घ्य देकर पूरे रात्रि का निर्जला उपवास के साथ में शुक्रवार के प्रातः इस व्रत का उद्यापन होगा।
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