संदेश

मार्च, 2022 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

चापाकल का पानी पीते ही दर्जनों बच्चे बीमार

चित्र
सुप्पी: सीतामढ़ी जिला के सुप्पी प्रखंड क्षेत्र के कंसारा राजकीय उत्क्रमित विद्यालय (उत्तरी) में अफरा-तफरी का माहौल हो गया जब सोमवार की सुबह विद्यालय प्रांगण में स्थित चापाकल के पानी पीते ही दर्जनों बच्चे बीमार हो गए।  सुबह विद्यालय में पढ़ने पहुंचे बच्चों ने जैसे ही चापाकल से पानी पिया उनके पेट में दर्द होने लगा। जिसकी सूचना बच्चों ने विद्यालय के प्रधानाचार्य शशि शेखर प्रसाद उर्फ झुननू सिंह को दी। इसी बीच उक्त चापाकल का पानी प्रधानाचार्य व एक शिक्षक ने भी पी लिया था।  जैसे ही बच्चों के पेट में दर्द होने की सूचना विद्यालय के प्रधानाचार्य श्री सिंह को मिला उन्होंने तत्क्षण सभी बच्चों को प्राथमिक उपचार हेतु प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सुप्पी में भर्ती कराया। जहां प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ मनोज कुमार गुप्ता की मौजूदगी में डॉक्टर मनोज कुमार (दंत चिकित्सक) और डॉक्टर रामनाथ राय (एमबीबीएस) ने सभी बच्चों का तुरंत उपचार किया। डॉ गुप्ता ने बताया कि सभी बच्चे सुरक्षित हैं और सभी बच्चे हमारी निगरानी में हैं। डॉ गुप्ता ने बताया कि बच्चे जब यहां आए थे तब उनकी शिकायत की कि उन

होली खेले रघुवीरा बिरज में होली खेले रघुवीरा।

चित्र
मिथिला में वसंत की बिदाई समारोह होली (जिसे आम मैथिलजन फगुआ कहते हैं) हर्षोउल्लास के साथ मनाया गया । होली के अवसर पर उत्साह, उमंग तथा आनंद के साथ अबीर-गुलाल का यह अनुपम त्यौहार पारम्परिक रूप से समाज के सभी वर्गों ने मिलकर मनाया ।  आज चर्चा करूँगा मुजफ्फरपुर जिला के हथौड़ी थाना अंतर्गत सहिला रामपुर की जहाँ ग्रामीण समाज के लोगों ने  जाति, धर्म, वर्ग के भेद को भुलाकर एक साथ एकत्रित होकर प्रेम के पर्व होली का विलक्षण आयोजन किया । विभिन्न टोली बनाकर नौजवान, वृद्ध सभी ने एक-दूसरे को अबीर-गुलाल लगाते हुए एकता का अद्भूत उदाहरण प्रस्तुत किया । बच्चों के उत्साह का क्या कहना ! रंगोत्सव का यह पर्व आनंद का संचार संचारित करता है । होली के दिन मुख्य रूप से चार प्रकार के रंगों का उपयोग किया जाता है । लाल रंग जो प्रेम का परिचायक है, पीला रंग शुभ्रता का संदेश देता है, नीला रंग कृष्ण स्वरूप को दर्शाता है तथा हरा रंग हरितिमा का प्रतीक है । वसंत को ऋतुराज कहा जाता है । इस प्रकार सहिला रामपुर के ग्रामीण समाज ने इन रंगों के साथ मिलकर होली का पर्व मनाया ।इस अवसर पर ग्रामीणों ने कहाॅ की

होली मिलन समारोह का हुआ भव्य आयोजन।

चित्र
नवी मुंबई : नवी मुंबई मैथिल ट्रस्ट के तत्वावधान में बेलापुर स्थित एकता विहार के समाज सदन हॉल में परंपरागत होली मिलन समारोह का भव्य आयोजन किया गया । विगत् वर्ष कोरोना महामारी को देखते हुए तथा सरकार द्वारा जारी दिशा-निर्देश के कारण आयोजन स्थगित किया गया था। लेकिन सामान्य स्थिति होने के फलस्वरूप समाज सदन का प्रेक्षागृह होलीमय हो चुका था। प्रवासी मिथिला समाज के अतिरिक्त अन्य समाज के विशिष्ट महानुभाव भी आयोजन में सहभागी बनते हुए रंगोत्सव के इस महापर्व को स्मरणीय बनाने में अहम् भूमिकाओं का निर्वहन किया । आयोजन का विधिवत् शुभारंभ दीप प्रज्जवल के उपरांत भगवती की वंदना गोसाउनिक गीत "जय जय भैरवी, असुर भयाउनी" से प्रारम्भ हुआ। भगवती वंदना के उपरांत मिथिला के रीति-रिवाज के अनुरूप प्रेक्षागृह में उपस्थित अभ्यागतों को अबीर-गुलाल लगाते हुए स्वागत किया गया । इससे पूर्व स्वरकोकिला तथा सुरसाम्राज्ञी लता मंगेशकर की मधुर स्मृति में एक मिनट का मौन रख भावभीनी श्रद्धांजलि दी गई । रंगोत्सव के इस मधुरमय अवसर पर सुप्रसिद्ध गायक सुरेनानंदजी द्वारा होली गायन का विलक्षण प्रस्तुति

सामाजिक विकास प्रतिष्ठान संस्था के द्वारा होली मिलन समारोह का हुआ आयोजन।

चित्र
आदित्य दृष्टि सामाजिक विकास प्रतिष्ठान, संस्थापक कैप्टन अंशु अभिषेक द्वारा होली मिलन समारोह एवं लिट्टी चोखा भोज का आयोजन सोमवार 07 मार्च को ग्राम-सिसई,सिवान में किया गया।   इस खास मौके पर श्री बलिराम सिंह पूर्व मुखिया,श्री विक्रमा यादव पूर्व प्रधानाध्यापक,पंडित श्री रंजन पाठक,श्री ब्यासदेव सिंह पूर्व प्रधानाध्यापक,श्री रंजीत सिंह,श्री जलेश्वर सिंह बैंक मैनेजर,श्री अनिल सिंह,श्री जितेन्द्र सिंह, श्री अरुण कुमार सिंह,श्री देवेन्द्र सिंह,श्री मुकु सिंह,श्री हंसनाथ पांडेय,श्री कुलदीप पांडेय,श्री अनु सिंह,श्री जयराम प्रसाद,श्री नागेंद्र सिंह,श्री अनिल गिरी,श्री रजनीश सिंह,श्री सुरेश यादव उपस्थित रहें एवं कार्यक्रम को सफल बनाने में इन सभी समानित सदस्यों का मुख्य योगदान रहा। आदित्य दृष्टि सामाजिक विकास प्रतिष्ठान संस्था ने सभी सम्मानित सदस्यों एवं भाई बंधुओं को आपसी भाईचारा एवं प्रेम का प्रतीक होली पर्व की ढेर सारी बधाइयाँ और हार्दिक शुभकामनाएं दी और उज्ज्वल भविष्य की मंगल कामना की।  कॅप्टन अंशु अभिषेक संस्थापक आदित्य दृष्टी सामाजिक विकास प्रतिष्ठान संस्था

महिला दिवस और होली मिलन की खबर से झूम उठी सखी- बहिनपा।

चित्र
मुंबई: दो साल के लंबे अरसे से कोरोना काल के समय में एक दुसरे से लोग जुदा होने के कारण  मिलन की खबर से सब सखी- बहिनपा हर्ष से भर उठीं, जिसकी झलक 'महिला दिवस और होली मिलन' के साझा कार्यक्रम में सहर्ष हीं दिखाई दे गया। सभी रंग- बिरंगे परिधान में 'ओसिन 5' भोजनालय (रेस्ट्रां) खारघर, पहुँचीं और फिर जो माहौल बना, क्या कहें। मिलना- मिलाना और शरबत- पान के बाद  कार्यक्रम की शुरुआत की भगवती गीत से आशा पाठक , प्रियंका मिश्रा, नेहा मिश्रा, संध्या पाठक, वर्षा झा, सोनी मिश्रा, रजनी रंजन, कंचन मिश्रा, स्मिता झा और सुलेखा दास ने किया। जिसके उपरांत प्रियंका मिश्रा ने मैथिलीपुत्र प्रदीप का लिखा वसंतगीत स्वयंरचित एक अंतरा जोड़कर गाया और श़मा बाँध दिया। कार्यक्रम प्रियंका के  संचालन में आगे बढ़ा और फिर क्रमशः रजनी रंजन द्वारा एकल नाटक, सुलेखा दास और नेहा मिश्रा द्वारा गायन, सरिता झा और चित्रा झा द्वारा नृत्य तथा स्मिता झा और दीक्षा झा द्वारा कविता पाठ किया गयास्मिता ने अपने पापा की लिखी किताब,' बदलि गेल आब गाम' से कविता पाठ किया, जबकि दीक्षा ने अपनी सासु माँ

पूर्व विधायक ने अग्नि पीड़ितों के बिच राहत सामाग्री का किया वितरण।

चित्र
सुप्पी: बिहार प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता सह पूर्व रीगा विधायक अमित कुमार “टुन्ना” ने सुप्पी प्रखण्ड के बरहरवा पंचायत के वार्ड न० 07 (बरहरवा पुनर्वास गाव) में आचानक शार्ट सर्किट होने से 20 परिवारों के घर जलकर राख रामनाथ पासवान, राम्श्रेष्ट पासवान, श्री पासवान, नरेश पासवान, गौरीशंकर ठाकुर समेत कई घर में लगी आग घटना के बाद पीड़ित परिवार को पूर्व विधायक अमित कुमार टुन्ना के प्रतिनिधि गोपेश सिंह ने राहत सामग्री उपलब्ध कराया, चावल दाल त्रिपाल नगद राशि समेत अन्य सामग्री कराया उपलब्ध एवं हर प्रकार सरकारी सहायता दिलाने हेतु आश्वासन दिया | मौके पर उपस्थित रामज्ञा राय, शम्भू पासवान, जुगुत पासवान,गुड्डू कुमार एवं ग्रामीण मौजूद थे |

सीओ ने अग्नि पीड़ित के बीच सहायता सामग्री की वितरित।

चित्र
सीतामढी:जिला के प्रखंड क्षेत्र के बरहरवा पुनर्वास वार्ड क्रमांक सात के अग्नि पीड़ित परिवारों के बीच सहायता सामग्री का वितरण किया गया। अंचल अधिकारी रामजी प्रसाद केसरी ने प्रत्येक पीड़ित परिवार को एक-एक कोरोना किट,साड़ी सेट-01,छोटी दरी-01, मछरदानी-01, थाली,गलास, कटोरी-01-01 सेट, ब्रश, मंजन सिंगार सेट  इत्यादि अन्य जरूरत की वस्तुएं उपलब्ध कराया। सीओ ने बताया कि शनिवार की दोपहर बिजली के शार्ट सर्किट से बरहरवा पुनर्वास वार्ड 7 में आग लग गई थी जिनमें लोगों का घर और अन्य वस्तुएं जलकर नष्ट हो गए। मौके पर वर्तमान मुखिया रंजीत कुमार दास, पंचायत समिति सदस्य अविनाश कुमार पासवान, वार्ड सदस्य एवं अन्य कई लोग उपस्थित थे।

मध्य विद्यालय चन्दौली में सम्मान समारोह हुई आयोजित।

चित्र
सीतामढ़ी:  जिला के बेलसंड म०वि०चन्दौली की पूर्व प्रधानाध्यापिका श्रीमती गीता कुमारी के सेवा निवृति होने के अवसर पर विद्यालय में सम्मान समारोह आयोजित किया गया। समारोह की अध्यक्षता कर रहे विनोद प्रसाद ने श्रीमती गीता कुमारी के कर्तव्यनिष्ठता व समयबद्धता की भूरि-भूरि प्रशंसा करते हुए कहा कि एक शिक्षिका के रूप इनका व्यक्तित्व काफी सराहनीय रहा है,इनके उद्दात विचारों से हमलोगों को प्रेरणा लेने की जरूरत है।शिक्षक संघ के प्रखण्ड अध्यक्ष सुबोध ठाकुर ने कहा कि आदरणीया ने अपने कार्य-काल के दौरान विद्यालय में पठन-पाठन का जो शैक्षणिक माहौल कायम कर रखा था वह सभी विद्यालय प्रधानों के लिए अनुकरणीय है, आपकी मृदुभाषिता व विद्यालयी कार्यों के प्रति सच्ची निष्ठा विस्मरणीय रहेगी। विद्यालय में एक ओर जहाँ खुशी का माहौल था वहीं दूसरी ओर गम का--- एक ओर विद्यालय में तीन नए शिक्षक राधेकृष्ण यादव,हरेश राम व अनुराधा कुमारी के योगदान से विद्यालय में खुशी का माहौल था वहीं दूसरी ओर श्रीमती गीता कुमारी के विद्यालय से जाने का गम।इस खुशी और गम के मिले-जुले माहौल में विदाई सह सम्मान समारोह काफी उत्साह वर्धक र

शिव का अर्थ है, कल्याणकारी!

चित्र
सुप्पी: प्रखंड क्षेत्र में के छौरहिया गांव में शिव महिमा वाचन कर रहे वृंदावन(मथुरा) से पधारे ज्योतिष महर्षि भागवत मयंक युवा कथाकार आचार्य पं प्रभाकर शुक्ल उर्फ गुरूजी ने कहा की त्रिदेवों में भगवान शिव संहार के देवता है। संहार ही पुन: सृजन का मूल है। शिव रोग-दोष और दुष्प्रभावियों के शमनकर्ता हैं।उनको आशुतोष भी कहा जाता है, क्योंकि वो भक्तों पर शीघ्र प्रसन्न हो जाते हैं। मंगलवार की रात महाशिवरात्रि पर्व के पावन अवसर पर गुरूजी ने कथा सुनने आए भक्तों से कहा कि शिव का अर्थ है, कल्याणकारी! जिनके अनुसरण और अनुगमन से मनुष्य के कल्याण का मार्ग प्रशस्त हो, वही शिव हैं। शिव को प्रसन्न करने के लिए बड़े-बड़े लौकिक अनुष्ठानों की जरूरत नहीं पड़ती। विशुद्ध अंत:करण और किंचित जलधार मात्र से ही वो भक्तों के अभीष्ट की सिद्धि कर देते हैं। भगवान शिव विद्या विवेक विचार के देवता हैं।मनुष्य ही नहीं देवताओं ने भी जब जब देवों के देव महादेव का विस्मरण किया है, तब तब उन पर संकट आया है। समुद्र मंथन के पौराणिक प्रसंग में  समुद्रमंथन से हलाहल नामक भयंकर विष निकला और तीनों लोकों में हाहाकार मच गया । उस सम

शिव भक्तों के लिए पूजा पाठ एवं महाप्रसाद का आयोजन।

चित्र
ॐ त्रियम्बकं यजामहे, सुगन्धिं पुष्टिवर्धनं! उर्वारुकमिव बन्धनान् मृत्योर्मोक्षिय मामृतात् !! महाशिवरात्रि के शुभ अवसर पर मंगलवार को आदित्य दृष्टि सामाजिक विकास प्रतिष्ठान, संस्थापक कैप्टन अंशु अभिषेक द्वारा ग्राम-सिसई,सिवान में विधिपूर्वक पूजा पाठ सम्पन्न कराया गया, और महाप्रसाद का वितरण किया गया।आदित्य दृष्टि सामाजिक विकास प्रतिष्ठान संस्था ने सभी शिव भक्तों के उज्ज्वल भविष्य एवं कल्याण के लिए विधि पूर्वक पूजा पाठ सम्पन्न कराया, और संस्था की तरफ से महाशिवरात्रि पर्व की ढेर सारी बधाइयाँ और हार्दिक शुभकामनाएं दी गयी। कैप्टन अंशु अभिषेक संस्थापक आदित्य दृष्टी सामाजिक विकास प्रतिष्ठान संस्था का मुख्य उद्देश्य सामाजिक एवं धार्मिक कार्य करना है, बालगृह अनाथ आश्रम का निर्माण करना (मुफ्त शिक्षा एवं छात्रावास की व्यवस्था), मंदिर का निर्माण कार्य, बेरोजगार,गरीब,असहाय,जरूरतमंद महिलाओं को लघु उद्योग के माध्यम से स्वावलंबन हेतु मार्गदर्शन एवं प्रशिक्षण देना है, जिससे महिलाओं में जागरूकता आये,स्वावलंबी बने और अपने जीवन और परिवार के लिए महत्वपूर्ण निर्णय ले सकें। खास मौके प

मैथिल मिलन महोत्सव का हुआ आयोजन

चित्र
 महाराष्ट्र: कल्याण स्थित मोहन मेंडॉस ग्राउंड में मैथिल मिलन महोत्सव का आयोजन हर्षोल्लास के साथ आयोजित किया गया ।  कार्यक्रम का उद्घाटन मैथिली आंदोलन के अग्रणी नेता तथा विद्यापति सेवा संस्थान के संस्थापक महासचिव डॉ० वैद्यनाथ चौधरी बैजू ने किया ।   दीप प्रज्ज्वलन वरिष्ठ समाजसेवी प्रेम चन्द्र झा (प्रेमजी) तथा युवा उद्योगी तथा समाजसेवी शंकर झा द्वारा किया गया ।  इस महोत्सव के विशाल मंच पर भव्य कवि सम्मेलन का सफल आयोजन किया गया जिसकी अध्यक्षता वरेण्य तथा वरिष्ठ महाकवि बुद्धिनाथ झा ने  की ।  सम्मेलन में मुख्य वक्ता के रूप में डॉ० वैद्यनाथ चौधरी बैजू ने उपस्थित जनसमुदाय से जनगणना में मातृभाषा के रूप में मैथिली लिखाने का अनुरोध किया । मैथिली के वरिष्ठ साहित्यकार तथा भारत के निर्वाचन आयोग, दरभंगा जिला के आइकॉन मणिकांत झा द्वारा कार्यक्रम का संचालन किया गया । कवि सम्मेलन में मैथिली हास्य-व्यंग्य के शिखर-पुरूष डॉ० जयप्रकाश चौधरी जनक ने अपनी रचना के माध्यम से भरपुर मनोरंजन किया । मैथिली मंच के प्रख्यात कवि अर्जुन कविराज, दिल्ली से पधारी कवियत्री आभा झा समेत दीप